Chalo Diyare Nabi Ki Janib Lyrics

चलो दियार-ए-नबी की जानिब दुरूद लब पर सजा सजा कर  
बहार लूटेंगे हम करम की दिलों को दामन बना बना कर 

ना उन के जैसा सखी है कोई, ना उन के जैसा घनी है कोई  
वो बे-नवा-ओ का हर जगा से नवाज़ते हैं बुला बुला कर  

है उनकी उम्मत से प्यार कितना, करम है रहमत शआ'र कितना  
हमारे जुर्मों को धो रहे हैं वो अपने आंसू बहा बहा कर 

मैं वो निकम्मा हूँ जिसकी झोली में कोई हसन-ए-अमल नहीं है  
मगर वो एहसान कर रहे हैं ख़ता-ऐन मेरी छुपा छुपा कर  

यही आधार-ए-अमल है मेरी, इसी से बिगड़ी बनी है मेरी  
समेटता हूँ करम खुदा का, नबी की नातें सुना सुना कर  

अगर मुकद्दर ने यारी की, अगर मदिने गया मैं खालिद  
कदम कदम ख़ाक उस गली की मैं चूम लूँगा उठता उठता कर

वो राहें अब तक सजी हुई हैं, दिलों का काबा बनी हुई हैं  
जहाँ जहाँ से हुज़ूर गुज़रे हैं, नक्श अपना जमा जमा कर 


नात ख़्वाँ:-
ओवैस रज़ा क़ादरी

Roman (Eng)

यहाँ आपके द्वारा भेजी गई हिंदी टेक्स्ट को रोमन इंग्लिश में ट्रांसक्राइब किया गया है:

Chalo Diyaar-E-Nabi Ki Jaanib Durood Lab Par Saja Saja Kar  
Bahaar Lootenge Hum Karam Ki Dilon Ko Daman Bana Bana Kar  

Na Un Ke Jaisa Sakhi Hai Koi, Na Un Ke Jaisa Ghani Hai Koi  
Wo Be-Nawa-O Ka Har Jaga Se Nawazte Hain Bula Bula Kar  

Hai Unki Ummat Se Pyaar Kitna, Karam Hai Rahmat Sha'ar Kitna  
Hamaare Jurmon Ko Dho Rahe Hain Wo Apne Aansoo Baha Baha Kar  

Main Wo Nikamma Hoon Jiski Jhooli Mein Koi Husn-E-Amal Nahi Hai  
Magar Wo Ihsaan Kar Rahe Hain Khata-Ain Meri Chhupa Chhupa Kar  

Yahi Aasasa-E-Amal Hai Meri, Issi Se Bigdi Bani Hai Meri  
Sametata Hoon Karam Khuda Ka, Nabi Ki Naatain Suna Suna Kar  

Agar Muqaddar Ne Yaari Ki, Agar Madine Gaya Main Khalid  
Qadam Qadam Khaak Us Gali Ki Main Choom Loonga Uthta Uthta Kar  

Wo Raahain Ab Tak Saji Hui Hain, Dilon Ka Kaaba Bani Hui Hain  
Jahan Jahan Se Huzoor Guzre Hain, Naqsh Apna Jama Jama Kar  

Naat Khwaan:  
Owais Raza Qadri



Post a Comment

0 Comments